RNA kya hai ye कितने प्रकार के होते हैं
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RNA Kya Hai Ye कितने प्रकार के होते हैं
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RNA Kya Hai Ye कितने प्रकार के होते हैं
RNA Kya Hai Ye कितने प्रकार के होते हैं

सभी पाठकों को नमस्कार आज हम आपके लिए नई post RNA Kya Hai Ye कितने प्रकार के होते हैं लेकर आए हैं उम्मीद है आपको यह post पसंद आएगी|

RNA क्या है

RNA अधिक अणुभार वाली पालीन्युलियोटाइड से मिलकर बना है |

यह DNA से भिन्न होता है, क्योंकी इसमें डीओक्सीराइबोज शर्करा के स्थान पर राइबोज शर्करा होती है और नाइट्रोजन बेस थाइमीन के स्थान पर युरेसिल होता है |

rna ki khoj kisne ki ?

आरएनए की खोज सेवेरो ओकोआ, रॉबर्ट हॉली और कार्ल वोसे ने की थी।

RNA के प्रकार

प्रत्येक कोशिका में RNA निम्नलिखित तीन प्रकार के होते हैं-

संदेशवाहक RNA (m-RNA)

इनका निर्माणकेन्द्रक में उपस्थित DNA पर ट्रांसक्रिप्शन की क्रिया द्वारा होता है |

ये कोशिका की कुल RNA का 3-5% होते हैं और इनका आणविक-भार 500,000 से 2,000,000 होता है |

केन्द्रक में DNA साँचे पर इनका निर्माण होता है | सन 1961 में फ्रैंसिस जैकब तथा जैक्यू मोनाड ने इन्हें संदेशवाहक RNA अणुओं का नाम दिया |

m-RNA कार्य

संदेशवाहक RNA अणु केन्द्रक से बाहर कोशिकाद्रव्य में आ जाता है | यहाँ यह केन्द्रक से आदेश लेकर राइबोसोम पर विभिन्न प्रकार के प्रोटीन बनता है |

राइबोसोमल RNA (r-RNA)

ये RNA के संरचनात्मक अणु होते हैं | यह कोशिका की कुल RNA का 80% होता है |

rRNA केन्द्रक में DNA से उत्पन्न होता है | तीनों प्रकार के RNA में यह सर्वाधिक समय तक क्रियाशील रहता है |

प्रत्येक राइबोसोम का लगभग 65% भाग rRNA का तथा शेष 35% भाग प्रोटीन का होता है |

r-RNA कार्य

rRNA राइबोसोम्स की रचना में भाग लेते हैं | यह प्रोटीन संश्लेषण में सहायता करता है |

स्थानान्तरण RNA(t-RNA or s-RNA)

यह कोशिका की कुल RNA का 15-18% होता है | यह कोशिकाद्रव्य में पाया जाता है |

ये सबसे छोटे व घुलनशील अणु होते हैं; अतः इन्हें विलेय RNA अणु भी कहते हैं | इनका निर्माण केन्द्रक में DNA के सांचे पर होता है |

t-RNA or s-RNA कार्य

ये विभिन्न प्रकार के अमीनो अम्लों को राइबोसोम्स पर लाते हैं, जहाँ प्रोटीन का संश्लेषण होता है |

t-RNA की संरचना

वलन के कारण इनके अणुओं में द्वितीयक तथा तृतीयक स्तरों की संरचना होती है |

इसके फलस्वरूप साइटोसाल में इन अणुओं की तृतीयक स्तर की त्रिविम आकृति अत्यधिक कुण्डली “एल(L)” जैसी होती है | राबर्ट होले ने सन 1964 में tRNA की संरचना का क्लोवर लीफ माडल प्रस्तुत किया |

इस माडल के अनुसार tRNA के प्रत्येक अणु की द्विविम आकृति मटर कुल के एक पौधे तिपतिया चारा की पत्ती जैसी होती है |

ये चारों भुजाएं सभी tRNA अणुओं में एक सी होती हैं | तीन भुजाओं के सिरे लूप सदृश पाँचवी भुजा भी प्रायः होती है जिसे लम्प कहतें हैं | परन्तु यह सामान नहीं होती |

tRNA की चार भुजाएं निम्न हैं-

अंगीकार भुजा

इस भुजा को एमिनो अम्ल भुजा भी कहतें हैं, इस भुजा के छोर पर लूप नहीं होता, बल्की द्विकुण्डलिनी का एक सूत्र 5’ सिरे वाला तथा दूसरा 3’ सिरे वाला होता है | 3’ सिरे वाले सूत्र के छोर पर साइटोसीन- साइटोसीन-एडीनीन (CCA) समाक्षरों वाले राइबोन्युक्लिओटाइड्स का अनुक्रम होता है |

20 में से किसी एक विशेष प्रकार का एमीनो अम्ल अणु, अपने कार्बोक्सिल समूह (-COOH) द्वारा, साइटोसीन- साइटोसीन-ऐडेनीन (CCA) की ऐडीनोसीन के 2’ या 3’ नम्बर के हाइड्राक्सिल समूह (-OH) से सहसंयोजी बंध द्वारा जुड़ता है |

यह ATP की सहायता से बनने वाला एक उच्च-ऊर्जा एस्टर बंध होता है जिसका उत्प्रेरण एक मैग्नीशियमयुक्त (Mg2+) ऐमीनोऐसिल-tRNA सिन्थेटेज नामक एंजाइम करता है |

प्रत्येक प्रकार के एमीनो अम्ल को निर्दिष्ट tRNA से जोड़ने के लिए पृथक सिन्थेटेज एंजाइम होता है |

अतः 20 प्रकार के एमीनो अम्लों के लिए 20 प्रकार के मिलते-जुलते सिन्थेटेज एन्जाइम्स होते हैं | निर्दिष्ट एमिनो अम्ल से जुड़े tRNA को ऐमीनोऐसिलेटेड tRNA कहतें हैं |

एन्टीकोडॉन भुजा

 एन्टीकोडॉन भुजा के छोर में लूप होता है | लूप के छोर पर तीन समाक्षरों का अनुक्रम होता है जी mRNA अणु के उसी त्रिगुण कोड का सम्पूरक होता है जिसमे कि AA भुजा से जुड़े एमिनो अम्ल की संकेत सूचना होती है |

इसलिए, इस त्रिगुणी समाक्षर अनुक्रम को ऐंटीकोडॉन कहतें हैं |

DHU भुजा

DHU भुजा एक एंजाइम से जुड़ती है अर्थात यह एंजाइम स्थल है |

T C भुजा

यह भुजा tRNA अणु को राइबोसोम से जुडती है |

kaisi lagi आपको हमारी यह post RNA के प्रकार उम्मीद करते हैं आपको यह post पसंद आई होगी |

यह भी पढ़ें – DNA का द्विगुणन , डीएनए का द्विगुणन का महत्व AND WORK OF DNA

अगर आप कोई सुझाव देना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरुर दें |

यह भी पढ़ें

Rna कितने प्रकार के होते हैं ?

प्रत्येक कोशिका में RNA निम्नलिखित तीन प्रकार के होते हैं-
राइबोसोमल RNA (r-RNA)
स्थानान्तरण RNA(t-RNA or s-RNA)
संदेशवाहक RNA (m-RNA)

RNA Full form

RIBose NUCLIC ACID

t rna ka full form

स्थानान्तरण RNA(transfer -RNA or s-RNA)

r rna ka full form

राइबोसोमल RNA (r-RNA)

m rna ka full form

संदेशवाहक RNA (massenger-RNA)

One thought on “RNA kya hai ye कितने प्रकार के होते हैं

  1. RNA क्या है के बारे मे बहुत ही उपयोगी जानकारी देने के लिए आपका धन्यवाद

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